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- Fact Check: Did The UP Police Barge Into The Hathras Victim’s House And Seize The Papers? Truth Of Viral Video
20 मिनट पहले
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क्या हो रहा है वायरल: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें पुलिस के जवान एक घर में घुसकर कागज जब्त करके ले जाते दिख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि वीडियो हाथरस का है। और इसमें दिख रही पुलिस 19 वर्षीय मृतक पीड़िता के घर में घुस कर बर्बरता कर रही है।
और सच क्या है?
- इंटरनेट पर हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली। जिससे पुष्टि होती हो कि यूपी पुलिस ने हाथरस पीड़िता के घर में घुसकर छानबीन की है।
- वीडियो की फ्रेम्स को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें सोशल मीडिया पर ही कुछ अन्य पोस्ट मिलीं। जिनमें इस वीडियो को उन्नाव का बताया गया है।
उन्नाव में एक परिवार को अपनी जमीन पर पुलिस चौकी बनाने का विरोध करना भारी पड़ गया,
विरोध करने पर पुलिस ने घर में घुसकर जरूरी कागज अपने साथ ले गई पुलिस, माखी थानाक्षेत्र के चकलवंशी कस्बे का मामला,घटना@yadavakhilesh pic.twitter.com/VSNlPAh3bp— Birendra Kumar Yadav?? (@BirendraYdvSP) October 1, 2020
- Patrika Uttar Pradesh के यूट्यूब चैनल पर भी हमें यहीं वीडियो मिला। वीडियो के डिस्क्रिप्शन से पुष्टि होती है कि ये हाथरस का नहीं बल्कि उत्तरप्रदेश के सफीपुर थाना क्षेत्र का है। सफीपुर थाना उन्नाव जिले में आता है, न कि हाथरस में।

- पत्रिका वेबसाइट की ही एक अन्य रिपोर्ट से पता चलता है कि पुलिस दलित परिवार के घर पर चौकी बनाना चाहती थी। परिवार जब कोर्ट से इस मामले में स्टे लेकर आ गया। तब गुस्साई पुलिस ने घर में घुसकर दस्तावेज जब्त कर लिए और महिलाओं से बदसलूकी की। इन सबसे स्पष्ट है कि यूपी के ही उन्नाव में पुलिस और दलित परिवार के बीच चल रहे जमीनी विवाद के वीडियो को गलत दावे के साथ हाथरस का बताकर शेयर किया जा रहा है।
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